मंगलवार, 2 मार्च 2010
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
मैथिलीशरण गुप्त
मस्तक ऊँचा हुआ मही का, धन्य हिमालय का उत्कर्ष। हरि का क्रीड़ा-क्षेत्र हमारा, भूमि-भाग्य-सा भारतवर्ष॥ हरा-भरा यह देश बना कर विधि ने रवि का ...
-
हिंदी मुहावरे लिखे ईसा पढ़े मूसा अर्थः गंदी लिखावट। लेना एक न देना दो अर्थः कुछ मतलब न रखना। लोहा लोहे को काटता है अर्थः प्रत्येक वस...
-
रामचरितमानस की सूक्तियाँ रामचरित मानस एहिनामा सुनत श्रवन पाइअ विश्रामा॥ शोधकर्ताओं के लिए रामचरितमानस एक ऐसा ग्रंथ है जिसमें अनेक रत्न ...
-
मस्तक ऊँचा हुआ मही का, धन्य हिमालय का उत्कर्ष। हरि का क्रीड़ा-क्षेत्र हमारा, भूमि-भाग्य-सा भारतवर्ष॥ हरा-भरा यह देश बना कर विधि ने रवि का ...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें